आज पौड़ी से जुड़ा जो संस्मरण मैं साझा करने जा रहा हूँ वह थोडा अलग किस्म है। इसके लिए एक भूमिका आपको देनी जरूरी है। अगर आप दुईबात को पढ़ते आये हैं तो आपको पता होगा कि मैं गाहे बगाहे यहाँ पर अपने द्वारा लिखी गई लघु-कथाएँ भी प्रकाशित करता हूँ। लेकिन वह मेरे द्वारा लिखी गई कहानियों का एक छोटा सा भाग ही होता है।