एक औरत सौ दुःख सहती हुई सिर्फ इस लिए चुप रहती है की उसके परिवार में कोई आंच न आये, हमारी बेटियों के क्या हम आज भी सुरक्षित माहौल बना पाए है इस समाज में, की वो बिना किसी डर से बाहर घूम पाए, मान सम्मान तो आप भूल ही जाईए, सोशल मीडिया पर बेटियों के समर्थन में अगर आपने कुछ लिख दिया की हम सुरक्षा करेंगे तो इसका मतलब बेटी सुरक्षित हो गयी क्या, सोशल मीडिया से बाहर आइए, रियल लाइफ में बेटियों की सुरक्षा के लिए कदम उठाये