रानी नागफनी की कहानी हरिशंकर परसाई का व्यंग्य उपन्यास है। उपन्यास की भूमिका में वो बताते हैं कि उन्होंने हिंदी की पहली कहानी कही जाने वाली रानी केतकी की कहानी पढ़ी थी और फिर उनके मन में उसी तर्ज पर एक फंतासी लिखने का ख्याल आया था। इसी का मूर्त रूप रानी नागफनी की कहानी है।