राजस्थान में अफीम की पिनक में अमलदारों द्वारा किये गए कारनामों के किस्से काफी मशहूर हैं। प्रस्तुत किस्सा घोड़ों की खेती भी ऐसे ही अमलदारों के समूह का है, जिन्होंने घोड़ो की खेती करने का पूरा मन बना लिया था। अब आप कहेंगे कि घोड़ों की खेती भी कभी हुई है भला! पर अमलदार अपनी धुन के पक्के थे। न केवल उन्होंने खेती की बल्कि घोड़े उगाने में कामयाब भी हो गए। आज एक बुक जर्नल पर पढ़िए इसी घोड़ों की खेती का एक छोटा सा अंश। उम्मीद है ये अंश आपको पसंद आएगा: