'चौथा मित्र' उड़िया और अंग्रेजी भाषा के कथाकार मनोज दास की अंग्रेजी कथा द फोर्थ फ्रेंड का हिंदी अनुवाद है। यह पुस्तक राष्ट्रीय पुस्तक न्यास द्वारा प्रकाशित की गयी है। कहानी अभी जैसी है उससे थोड़ा और बेहतर हो सकती थी लेकिन फिर भी एक बार पढ़ी जा सकती है। विस्तृत विचार निम्न लिंक पर: