सुमन बाजपेयी साहित्यकार हैं। पिछले तीन दशकों से लेखन कर रही हैं। एक बुक जर्नल पर पढ़िए साहित्यकार संजीव जायसवाल 'संजय' की पुस्तकों पर लिखी उनकी यह टिप्पणी।