आजकल सबके चेहरे पर मास्क लगे हैं तो ऐसे में किसी के मनोभावों को पढ़ना बड़ा मुश्किल हो जाता है और अपने मनोभावों को दूसरों को प्रकट करना मुश्किल हो जाता है क्योंकि आंखों से बात करने की कला हर किसी को नहीं आती है हर कोई आंखों के जरिए अपना ना तो संदेश दे सकता है ना हर व्यक्ति आंखों की भाषा पढ़ने में समर्थ होता है और इस महामारी के काल में संवाद करना