कुछ ख़ास नहीँ है करने को बस फ़ुरसतिया रहे हैं। इस दहलाने वाले माहौल में दिल को बहला रहे हैं।। जानते हैं हालांकि ये कोशिश नाकाम है और रहेगी। फिर भी खुद को इन्हीं बातों से महफ़ूज़ करा रहे हैं।।