फ्लाईड्रीम्स प्रकाशन अपनी टैग लाइन किताबें जरा हटके पर पूरी तरह खरा उतरता है। अपनी टैग लाइन के अनुरूप ही वह पुस्तकें प्रकाशित करते रही हैं और हिंदी में जिन विधाओं की रचनाओं की कमी थी उसे कमी को पूरा करते रहे हैं। इस अगस्त को फ्लाईड्रीम्स प्रकाशन को स्थापित हुए चार वर्ष पूरे होंगे। इस अवसर पर एक बुक जर्नल ने प्रकाशन के संस्थापक मिथलेश गुप्ता और जयंत कुमार बलोच से एक छोटी सी बातचीत की है। आप भी पढ़िए: