16 दिसंबर 2018 को यह छोटी सी लघु-कथा फेसबुक पर लिखी थी। थीम बदलाव का है। फेसबुक ने इस लघु-कथा के विषय में याद दिलाया तो सोचा इधर भी इसे साझा कर दूँ।