सुनो, शायद हम तब मिलेंगे जब हमारे एक दूसरे से मिलने और प्यार करने की सारी संभावनाएं खत्म हो जाएंगी। एक कविता, जो इस प्यार और एतबार के करार को थोड़ा नजदीक से देखने की कोशिश करती है!